मैकॉय (ऑस्ट्रेलिया)। भारतीय महिला टीम ने तीसरे एवं आखिरी वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया का इस प्रारूप में लगातार 26 मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला थम गया। जीत का यह क्रम 2018 में शुरू हुआ था। भारतीय टीम की जीत में ओपनर यास्तिका भाटिया (64 रन) और शेफाली वर्मा (56 रन) की अहम भूमिका रही। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले दो मुकाबलों में जीत दर्ज कर पहले ही यह सीरीज अपने नाम कर चुकी थी।
265 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को स्मृति मंधाना (22) और शेफाली वर्मा ने 59 रन जोड़कर टीम शानदार शुरुआत दिलाई। एशले गार्डनर ने एनाबेल सदरलैंड के हाथों मंधाना को कैच आउट कराकर टीम को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद शेफाली और यास्तिका वर्मा ने दूसरे विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा कर दिया। हालांकि इसके बाद कंगारू टीम ने 48 रनों पर पांच खिलाड़ियों को आउट कर मैच में वापसी कर ली।
फिर स्नेह राणा (30 रन) और दीप्ति शर्मा (31) ने सातवें विकेट के लिए 33 रन जोड़कर एक बार फिर मैच में भारत को ला खड़ा किया। 243 के स्कोर पर दीप्ति और 259 रनों के योग पर स्नेह राणा के आउट होते ही मैच काफी रोमांचक मोड़ पर जा पहुंचा। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए चार रनों की आवश्यकता थी। ओवर की तीसरी गेंद पर झूलन गोस्वामी ने चौका जड़कर भारत को यादगार जीत दिला दी।
मेजबान टीम ने बनाए 264 रन
मेजबान टीम ने तीसरे और अंतिम महिला वनडे में 9 विकेट पर 264 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय 25वें ओवर में चार विकेट पर 87 रन बनाकर संकट में थी, लेकिन एशले गार्डनर (67) और पिछले मैच में शतक जड़ने वाली बेथ मूनी (52) के बीच 98 रनों की साझेदारी की बदौलत वापसी करने में सफल रही। ताहलिया मैक्ग्रा ने भी 32 गेंदों में 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया ने जीता टॉस
भारत के लिए अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने 37 रन देकर 3, जबकि पूजा वस्त्राकर ने 46 रन देकर 3 विकेट चटकाए। मैके में खेले गए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। टीम में वापसी कर रही राशेल हेन्स (13) और एलिसा हीली (35) ने पहले विकेट के लिए 8.1 ओवरों में 41 रन जोड़कर टीम को सतर्क शुरुआत दिलाई।
दूसरे वनडे में दिल तोड़ने वाली हार के बाद झूलन ने हेन्स को मिड ऑफ पर कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई। चार गेंद बाद झूलन ने कप्तान मेग लेनिंग (0) को भी विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच करा दिया।
एलिसा इसके बाद रन आउट हुई, जबकि पूजा ने एलिस पैरी (26) को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया। ऑस्ट्रेलिया की टीम हालांकि इसके बाद गार्डनर और मूनी के बाद साझेदारी की बदौलत वापसी करने में सफल रही।
भारतीय महिला टीम की सबसे बड़ी जीत
भारतीय महिला टीम की रनों के हिसाब से लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने अक्टूबर 2019 में साउथ अफ्रीका के वड़ोदरा में 248 रनों का टारगेट का सफलता पूर्वक हासिल किया था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी टीम की यह दूसरी सबसे बड़ी सफल रन चेज रही। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़े लक्ष्य को चेज करने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम है। 2017 में ऑकलैंड वनडे में कीवी टीम ने 276 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया था।