राजस्थान। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजनीतिक तौर पर महिला आरक्षण के मुद्दे पर आगे बढऩे का निर्णय कर लिया है. विधानसभा चुनाव में महिलाओं की बड़ी भागीदारी की वकालत कर चुकी कांग्रेस अब विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के 33 फीसदी आरक्षण के प्रस्ताव को लाने की तैयारी में जुट गई है।
ये भी पढ़ें :-लोकसभा चुनाव: कोलकाता में विपक्षी दलों की महारैली आज
आपको बता दें गहलोत ने पत्रकारों से कहा कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और उसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महिलाओं की राजनीति में सक्रियता बढ़ाने के लिए 33 फीसदी आरक्षण का मुद्दा बहुत पहले उठाया था। प्रस्ताव लोकसभा में पास भी हुआ था, लेकिन राज्यसभा में अटक गया था।
ये भी पढ़ें :-राम मंदिर को लेकर भैय्या जी जोशी ने कुंभ में बोली ये बात
जानकारी के मुताबिक पीसीसी चीफ और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी शुक्रवार को बताया कि राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप राजस्थान में सरकार इस बिल को लेकर आएगी. भाजपा ने 5 साल तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। इससे साबित होता है कि महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर उनकी सोच क्या है? इस कदम से ना केवल महिलाओं को राजनीतिक तौर पर आगे बढऩे का मौका मिलेगा, बल्कि सामाजिक तौर पर भी उनकी स्थिति बेहतर और मजबूत हो सकेगी।