लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को जोरदार झटका लगा है अखिलेश यादव और मायावती की अगली बैठक 10 जनवरी के बाद तय की गई है। दोनों नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर सहमति लगभग बन गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अधिकांश सीटों पर बसपा और पूर्वांचल में अधिकांश सीटों पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी।
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इस महागठबंधन के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा-बसपा के गठबंधन का भाजपा पर कोई असर नहीं होगा। देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है और फिर से उन्हें पीएम के रूप में देखना चाहती है।
KP Maurya,UP Deputy Chief Minister: Whether SP-BSP ally or not, we have nothing to say on it nor will we be affected. Country is firmly with Modi ji and people want to see him as the PM again pic.twitter.com/qSU9QytKxq
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2019
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जानकारी के अनुसार सपा-बसपा गंठबंध ने छह सीट कांग्रेस, रालोद और अन्य के लिए छोड़ी है. 80 लोकसभा सीटों वाले इस महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व अगले सप्ताह सीटों के बंटवारे पर अंतिम दौर का विचार मंथन करेगा। बतादें सपा-बसपा के इस गठजोड़ पर भाजपा का मानना है कि इससे उनकी सीटों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।