नागपुर। नागपुर फैमिली कोर्ट ने तलाक की न्यायिक प्रक्रिया के लिए एक अभूतपूर्व तरीका बनाया है। व्हाट्सएप वीडियो कॉल के तहत अमेरिका में रहने वाली एक महिला को तलाक देने के मामले पर अदालत ने सहमति दी है। दोनों पक्षों की मंजूरी मिलने के बाद नागपुर की पारिवारिक अदालत की जज स्वाति चौहान ने दोनों को इस शर्त पर तलाक दे दिया कि पति अपनी पत्नी को 10 लाख रुपये की मेहर राशि देगा। दोनों का तलाक इस साल 14 जनवरी को फाइनल हो गया था।
ये भी पढ़ें :-ब्रिटेन की पीएम टेरीजा मे को मिली करारी हार
आपको बतादें नागपुर के रहने वाले ये दंपति 2013 से अमेरिका के मिशिगन में रहते थे। 2017 से, पति और पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया था। फिर दोनों अमेरिका में ही अलग-अलग रहने लगे। इस बीच, पति ने भारत वापस आकर नागपुर के फैमिली कोर्ट में अपनी तलाक की अर्जी दाखिल कर दी।
ये भी पढ़ें :-पाकिस्तान ने चीन को दिया बिजली परियोजना पर झटका
जानकारी के मुताबिक अमेरिका में रहने वाली पत्नी भी तलाक के लिए तैयार थी। इसलिए दोनों के नाम से तलाक के लिए सहमति पत्र तैयार कर लिया गया। पति ने सभी आवश्यक न्यायिक दस्तावेज नागपुर में ही तैयार कराए और पत्नी ने मिशिगन में अपने कागजात तैयार कर यहां पर भेज दिया।
ये भी पढ़ें :-पाकिस्तान में फिर किया गया भारतीय राजनयिक का अकाउंट हैक करने का प्रयास
35 वर्षीय पत्नी काम के साथ ही साथ मिशिगन में पढ़ाई भी कर रही है। वह स्टूडेंट वीडा पर अमेरिका में रह रही है। उसने कोर्ट को बताया कि, वह सुनवाई में शामिल नहीं हो सकती क्योंकि उसे शैक्षणिक संस्थान से इतनी लंबी छुट्टी नहीं मिलेगी। इस पर पत्नी ने कोर्ट से अनुरोध किया कि, वे व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए सुनवाई अरेंज कर दे ताकि उसे सुविधा हो जाए।