Site icon News Ganj

सपा-बसपा गठबंधन से निपटने के लिए भाजपा ने बनाई रणनीति

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने यूपी में सपा बसपा गठबंधन से निपटने के लिए बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद विस्तारकों, प्रदेश अध्यक्ष, संगठन मंत्री और सह प्रभारियों के साथ मैराथन बैठक की। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय अधिवेशन के तुरंत बाद ही यूपी के नेताओं के साथ अलग से गोपनीय बैठक की और अपनी रणनीति से अवगत कराया।

ये भी पढ़ें :-गठबंधन के बाद बदले सुरों से चुनावी नारों की तान 

आपको बतादें भाजपा अखिलेश यादव व मायावती के मूल वोट बैंक से इतर पिछड़ी व दलित जातियों को लुभाने की खास कोशिश करेगी। इससे बचने के लिए पार्टी ने इसे यादव-जाटव गठबंधन के रूप में प्रचारित करने की भी रणनीति बनाई है।वहीँ पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी के साथ आए गैर यादव ओबीसी और गैर जाटव दलित वोटों को हर हाल में सहेजने के निर्देश दिए गए।

ये भी पढ़ें :-सपा – बसपा के बाद यूपी में ये पार्टी करेगी गठबंधन 

जानकारी के मुताबिक अमित शाह ने कहा कि वे सपा-बसपा गठबंधन से बिना विचलित हुए अपने कार्यक्रमों और अभियानों को मजबूती से चलाएं। उन्होंने कहा कि मत प्रतिशत को 50 फीसदी तक ले जाने के लिए यह जरूरी है कि पार्टी कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव के मतदान वाले दिन अपने सभी वोटरों को सुबह तीन घंटे के अंदर 10 बजे तक वोट डलवाएं। चिंता इस बात की है कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद बीते दो चुनाव में पार्टी के पक्ष में खड़ा हुआ गैर यादव ओबीसी और गैर जाटव दलित वोट बैंक में कहीं सेंध न लग जाए।

 

Exit mobile version