नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन ने लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही चुनावी शोरगुल बढ़ा दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 25 मिनटों की मुलाकात में हमनें 25 सालों की दुश्मनी भुला दी। यह दिल्ली में चार जनवरी को हुई हमारी मीटिंग में हुआ जहां हमनें सीट बंटवारे को लेकर बात की।
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आपको बतादें उन्होंने कहा कि गठबंधन इतना मजबूत और प्रभावशाली है कि यह न केवल केंद्र की भाजपा सरकार को बल्कि राज्य की योगी सरकार को भी हटा देगा। गठबंधन के अलावा यह काम प्रदेश के किसान करेंगे, जो पहले से संकट में हैं। इसी कड़ी में बसपा से ऐतिहासिक गठबंधन करने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान आया है। उन्होंने कहा कि अगर इरादे नेक और ईमानदार हो तो नहीं सोचा गया लक्ष्य भी पाया जा सकता है।
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जानकारी के मुताबिक सपा अध्यक्ष दोनों पार्टियों के बीच अब पुरानी प्रतिस्पर्धा नहीं देखते क्योंकि सभी बाधाओं को पार कर दोनों गठबंधन करने में कामयाब रहें। लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी के कार्यकर्त्ता करेंगे। पहले अखिलेश ने कहा था कि कन्नौज सांसद और उनकी पत्नी डिंपल यादव चुनाव नहीं लड़ेंगी और यह परिवारवाद के खात्मे का उदाहरण होगा।